अस्वीकारोक्ति: द लिव लव लाफ फाउंडेशन ("टीएलएलएलएफ") परामर्श सेवाएं प्रदान करने के व्यवसाय से नहीं जुड़ा है और वेबसाइट पर सूचीबद्ध किसी भी थेरेपिस्ट ना तो नियुक्त किया है ना ही वे किसी तरह से इस संस्था से जुड़े हुए हैं। थेरेपिस्ट और उनसे संपर्क करने के विवरण को केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से सूचीबद्ध किया गया है, और टीएलएलएलएफ किसी भी थेरेपिस्ट से प्राप्त होने वाली प्रतिक्रिया और चिकित्सकीय सलाह की गुणवत्ता पर कोई सिफारिश या गारंटी नहीं देता है। टीएलएलएलएफ इन थेरेपिस्टों की पुष्टि नहीं करता है, और इनके द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं का ना तो प्रतिनिधित्व करता है और ना ही इनकी कोई वारंटी या गारंटी देता है, एवं इनसे प्राप्त सेवाओं की कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है। टीएलएलएलएफ इन थेरेपिस्टों को किए गए कॉल/मुलाकात से उत्पन्न किसी भी प्रकार के नुकसान के लिए सभी देयता का अस्वीकरण करता है।
मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों के विभिन्न प्रकारों के बारे में अधिक जानें
डॉ. साक्षी एक प्रशिक्षित मानवतावादी अस्तित्ववादी चिकित्सक हैं जिन्हें 18 साल का अनुभव है। वे चिंता, उदासी, अकेलेपन, जीवन के बदलाव, रिश्ते और कैरियर से जुड़ी समस्याओं, कार्यस्थल के मुद्दों से जूझ रहे क्लाइंट्स के साथ काम करती हैं ताकि वे अधिक जागरूक और केंद्रित जीवन जी सकें।
डॉ. सिजो एलेक्स एक कंसल्टेंट साइकियाट्रिस्ट हैं, जिन्हें मानसिक स्वास्थ्य में 5 साल से ज़्यादा का अनुभव है। वे पीजी पाठ्यपुस्तक श्रृंखला - पीजी नोट्स इन साइकियाट्री के लेखक हैं। उनकी रुचि के क्षेत्रों हैं जेरिएट्रिक साइकियाट्री, मादक द्रव्यों के सेवन और न्यूरोसाइकियाट्री।
मैंने 2012 में अपना एमफिल और 2016 में निमहान्स, बेंगलुरु से क्लिनिकल साइकोलॉजी में पीएचडी पूरी की। मैं थेरेपी की सुलभता को बेहतर बनाने के प्रति प्रतिबद्ध हूँ जिसने निजी प्रैक्टिस में मेरे प्रयासों को प्रेरित किया है, जहां मैं नैदानिक सेवाएं प्रदान करती हूँ, संक्षिप्त थेरेपी पैकेज डिजाइन करती हूँ, और उभरते चिकित्सकों के लिए प्रशिक्षण और पर्यवेक्षण योजनाएं विकसित करती हूँ। चिंता, भावनात्मक नियंत्रण, व्यक्तित्व विकार, परिवार और वैवाहिक/युगल मुद्दे, न्यूरोसाइकोलॉजी और गंभीर मानसिक बीमारियां मेरा व्यापक अनुभव में शामिल हैं। मेरे चिकित्सीय दृष्टिकोण में पारंपरिक सीबीटी, इंटरपर्सनल थेरेपी और सिस्टमिक थेरेपी के साथ-साथ माइंडफुलनेस-आधारित थेरेपी और स्वीकृति और प्रतिबद्धता थेरेपी (एसीटी) जैसी थर्ड-वेव थेरेपी शामिल हैं। थेरेपी एक अत्यधिक सहयोगी प्रक्रिया है। इसके आधार पर मेरा चिकित्सकीय दृष्टिकोण साझा निर्णय लेने के माध्यम से क्लाइंट्स की व्यक्तिगत जरूरतों और प्राथमिकताओं के अनुरूप है।
डॉ. सौम्या एक मनोचिकित्सक हैं और उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज (निमहान्स) और कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मैंगलोर, से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उन्हें 12 साल से ज़्यादा का अनुभव है। चिकित्सा की छात्रा के रूप में उन्हें दृढ़ विश्वास है कि न केवल लक्षणों का मूल्यांकन करना चाहिए, बल्कि क्लाइंट को समग्र रूप से समझना चाहिए। क्लाइंट का मूल्यांकन करते समय वे व्यक्तिगत दृष्टिकोण अपनाती हैं। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जब अपने उपचार की योजना की बात आती है तो क्लाइंट के पास सूचित निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए। वे जानती हैं कि मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंता के साथ जीना कितना चुनौतीपूर्ण है इसलिए वे मानसिक बीमारियों से उबरने की उनकी यात्रा में उनका मार्गदर्शन करने और उनके व्यक्तिगत मानसिक स्वास्थ्य लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनकी मदद करने का प्रयास करती हैं।
डॉ. स्तुति कुमार एक बाल मनोवैज्ञानिक हैं, जो पुणे, महाराष्ट्र में प्रैक्टिस करती हैं। वे विशेष जरूरतों वाले बच्चों में व्यवहार हस्तक्षेप / एबीए थेरेपी में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने क्लिनिकल साइकोलॉजी में स्नातक और मास्टर डिग्री पूरी की है जिसके बाद उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से बाल मनोविज्ञान में पीजीडीएम की है। वे 8 सालों से क्लिनिकल साइकोलॉजी का अभ्यास कर रही हैं और ब्रिटिश काउंसिल ऑफ कॉम्प्लिमेंट्री थैरेपीज़ (बीसीसीटी), यूके की मान्यता एवं लाइसेंस प्राप्त सदस्य हैं। फ्यूजन अवार्ड्स 2023, पुणे, में हेल्थकेयर सेगमेंट में उन्होंने पुरस्कार भी जीता है।
डॉ. हंसिका कपूर मॉन्क प्रयोगशाला के मनोविज्ञान विभाग में शोध लेखिका हैं। उन्होंने आईआईटी, बॉम्बे से पीएचडी की है। वे किशोरों और वयस्कों में चिंता और मनोदशा संबंधी विकारों से संबंधित मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और चिकित्सा में विशेषज्ञ हैं। वे अपने प्रैक्टिस में क्लाइंट की ज़रूरतों के आधार पर तर्कसंगत भावनात्मक व्यवहार थेरेपी, संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी और क्लाइंट-केंद्रित दृष्टिकोण के संयोजन का उपयोग करतीं हैं।
हिना सकारात्मक मनोविज्ञान में विश्वास करती हैं और परामर्श में उनका दृष्टिकोण ‘व्यक्ति-केंद्रित’ है। वे व्यक्तियों, जोड़ों और परिवारों के साथ काम करती हैं। उनका चिकित्सा कार्य संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा और पारिवारिक चिकित्सा तकनीकों के ज्ञान से प्रभावित है। हिना काम में ऐसे तरीकों का उपयोग करती हैं जिससे क्लाइंट की स्वायत्त को बढ़ावा मिले और परामर्श सत्रों में वे सख्ती से गोपनीयता का पालन करती हैं।
एक ऐसी दुनिया, जहाँ हर कोई अपने मानसिक स्वास्थ्य की कीमत पर बहुत-सी चीज़ें आज़मा रहा है, वहाँ तनुश्री का मानना है कि संतुलन और सहानुभूति वे मूल गुण हैं जो सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं। वे दूसरों के अनुभवों को समझने और उनका अनुमान लगाने की कोशिश करती हैं ताकि उन्हें संकट से बाहर निकलने में मदद मिल सके और वे थेरेपी के ज़रिए अपनी सच्ची सत्ता को फिर से खोज सकें। आत्मचिंतन करना, गहराई में जाना या अपने जीवन में होने वाले अशांत अनुभवों को व्यक्त करना आसान नहीं है और यही बात उन्हें मन और आत्मा को एकीकृत करने का उद्देश्य देती है। तनुश्री मानव मन की संरचना और मनोविज्ञान के पीछे की कला की सराहना करती हैं और एक उदार दृष्टिकोण का उपयोग करना पसंद करती हैं, मुख्य रूप से क्लाइंट-केंद्रित थेरेपी के ज़रिए क्योंकि उन्हें लगता है कि लोग अपने जीवन के विशेषज्ञ हैं और अगर हम उन्हें सकारात्मक रूप से सुविधा प्रदान करते हैं तो यह उनके आत्म-विकास में मदद कर सकता है। उन्होंने कई मनोचिकित्सकों और संगठनों के साथ काम किया है। वे संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी, माइंडफुलनेस आधारित थेरेपी, स्वीकृति और प्रतिबद्धता थेरेपी, पारस्परिक थेरेपी, सकारात्मक मनोचिकित्सा और साइकोमेट्रिक आकलन जैसी विभिन्न साक्ष्य-आधारित चिकित्सीय तकनीकों में व्यापक रूप से प्रशिक्षित हैं और ये उनके काम को प्रभावित करता है। तनुश्री ने चिंता, अवसाद, ओसीडी, तनाव, ट्रॉमा, आत्मविश्वास के मुद्दे, रिश्ते के संघर्ष और अपनी खोज जैसे कई मुद्दों पर ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों माध्यमों में काम किया हैं। व्यक्तित्व विकारों और लगाव शैलियों के क्षेत्र में शोध करने में उन्हें विशेष रूप से रुचि है। वे खुद को हल्का करने के लिए गाना, लिखना और नृत्य करना पसंद करती है और चीनी खाना पसंद करती हैं।
तन्वी एक क्वीयर अफर्माटिव, ट्रॉमा की जानकारी पर आधारित थेरेपिस्ट के रूप में अपना परिचय देती हैं जो मानती हैं कि एक समाधान हर किसी के लिए उपयोगी नहीं होता है और किसी व्यक्ति की विशिष्टताओं के मद्देनज़र थेरेपी के लिए केवल एक तरीका अपनाना काफ़ी नहीं होता है। इसलिए वे व्यक्ति के अनुभवों के आधार पर एक अनन्य दृष्टिकोण का उपयोग करती हैं।
तन्वी का मानना है कि किसी को यह एहसास दिलाना कि उसे अनदेखा और अनसुना नहीं किया जा रहा है, और वह सुरक्षित है, यह हमारे काम का सबसे अहम हिस्सा है जो वे अपने सत्रों में लाना चाहती हैं।
वे मन और शरीर के तालमेल पर काम करने के महत्व पर भी जोर देती हैं जिससे वे अपने काम में समग्र दृष्टिकोण लाती हैं।
विशेषज्ञता का क्षेत्र: माइंडफुलनेस, प्रेजेंस वर्क, ट्रॉमा इन्फॉर्म्ड (आघात की जानकारी पर आधारित), क्वीयर एफ़र्मेटिव, अवसाद, भावनाओं का नियंत्रण, चिंता के विभिन्न रूप, ओवर थिंकिंग (बहुत ज़्यादा सोचना), आदि
एक लाइसेंस प्राप्त नैदानिक मनोवैज्ञानिक जिन्हें मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विविध चिंताओं वाले व्यक्तियों को साक्ष्य-आधारित देखभाल प्रदान करने में पांच वर्षों का अनुभव है। तमन्ना ने दिल्ली विश्वविद्यालय से एप्लाइड साइकोलॉजी में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद एमिटी विश्वविद्यालय से क्लिनिकल साइकोलॉजी मास्टर डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से क्लिनिकल साइकोलॉजी में एमफिल किया। वे चिंता विकार, अवसाद, रिश्तों में टकराव, लत आदि जैसे विकारों की विस्तृत श्रृंखला से निपटने में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने विविध पृष्ठभूमि, उम्र और लिंग के व्यक्तियों के साथ काम किया है और व्यक्तिगत और सामूहिक थेरेपी में समान रूप से निपुण हैं। थेरेपी के लिए उनका दृष्टिकोण साक्ष्य-आधारित प्रथाओं, जैसे संज्ञानात्मक-व्यवहार चिकित्सा (सीबीटी), मनोविश्लेषण चिकित्सा, व्यवहार चिकित्सा (बीटी) और माइंडफुलनेस-आधारित हस्तक्षेप पर आधारित है। वे अपने क्लाइंट्स के लिए उनके विचारों और भावनाओं को टटोलने के लिए एक सुरक्षित और गैर-आलोचनात्मक स्थान बनाने का प्रयास करती हैं।
तान्या का मानना है कि व्यक्तिगत प्रतिबद्धता के आधार पर स्वास्थ्य सेवाएँ दी जानी चाहिए ताकि मरीजों की जरूरतों को सहानुभूति से परिपूर्ण दृष्टिकोण, करुणा और जतन के साथ पूरा किया जा सके।
तेजस एक लाइसेंस प्राप्त क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट और भावुक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर हैं जो आघात से जुड़ी देखभाल प्रदान करते हैं। वे एक क्वीर एफ़र्मेटिव प्रैक्टिशनर हैं, जिनके पास व्यक्ति, समूह, युगल और पारिवारिक थेरेपिस्ट के रूप में कई वर्षों का अनुभव है। वे सपोर्ट ग्रुप चलाने में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस), मुंबई, और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो-साइंसेस (निमहान्स), बैंगलोर, से कपल्स एंड फैमिली थेरेपी (सीएफटी) में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उन्होंने बेक इंस्टीट्यूट, फिलाडेल्फिया, यूएसए, से चिंता, अवसाद और व्यक्तित्व विकारों के लिए संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) में प्रशिक्षण और प्रमाणन प्राप्त किया है और प्रतिष्ठित अल्बर्ट एलिस इंस्टीट्यूट, न्यूयॉर्क, यूएसए, से तर्कसंगत भावनात्मक संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (आरईसीबीटी) में प्राइमेरी, एडवांस और एसोसिएट प्रैक्टिकम पूरा किया है। उन्होंने एमएचआई, मुंबई, से क्वीर एफ़र्मेटिव काउंसलिंग प्रैक्टिस (क्यूएसीपी) में प्रमाणपत्र प्राप्त किया है। वे एक सर्टिफाइड क्लिनिकल हिप्नोथेरेपिस्ट हैं और आईएसटीडीपी, वाशिंगटन, यूएसए, से गहन अल्पकालिक गतिशील मनोचिकित्सा (आईएसटीडीपी) प्रशिक्षण में प्रशिक्षित और प्रमाणित हैं।
विशेषज्ञता का क्षेत्र: ट्रॉमा की जानकारी पर आधारित और क्वीयर एफ़र्मेटिव, व्यक्तिगत और ग्रुप थेरेपी, युगल और पारिवारिक थेरेपी। अवसाद, चिंता, ओसीडी और व्यक्तित्व विकारों से निपटने में विशेषज्ञता।
शहर: नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एन सी आर)
दिलीप कुमार
थेरेपिस्ट/ साइकोथेरेपिस्ट
दिलीप एक लाइसेंस प्राप्त क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक (आरसीआई) हैं जो सार्थक तरीके से मरीजों की सेवा करने, उनकी चिंताओं के बारे में सक्रिय रूप से सुनने और उनकी मानसिक, भावनात्मक और व्यवहार संबंधी समस्याओं को दूर करने में उनकी सहायता करने के प्रति समर्पित हैं। वे बच्चों, किशोरों और वयस्कों को व्यक्तिगत मनोचिकित्सा प्रदान करने में माहिर हैं एवं उन्हें उनके सामाजिक, काम और व्यक्तिगत समायोजन में मदद करते हैं, जिससे वे अधिक सार्थक और पूर्ण जीवन जीने में सक्षम होते हैं।
दिव्या सीडीटी और सीबीटी थेरेपी, आर्ट थेरेपी, रिलैक्सेशन और मेडिटेशन की प्रैक्टिशनर हैं। वे एक प्राइवेट और सुरक्षित वातावरण प्रदान करती हैं जहाँ क्लाइंट बात कर सकते हैं और भावनात्मक और शारीरिक भावनाओं, विचारों और व्यवहारों का पता लगा सकते हैं। उनका पेशा उन्हें क्लाइंट के स्वास्थ्य और कल्याण पर सीधा असर ढलने और सुधारने और उनके साथ पेशेवर संबंध विकसित करने का मौका देता है।
नमस्ते। मैंने सितंबर 2019 में एमिटी यूनिवर्सिटी राजस्थान से क्लिनिकल साइकोलॉजी में एम.फिल. पूरा किया और तब से 6 वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त किया है। मैं मूड डिसऑर्डर, चिंता और संबंधित विकारों, मादक द्रव्यों के सेवन, व्यवहार की लत, पारस्परिक या रिश्तों के मुद्दों, बचपन के विकारों और विकास संबंधी विकारों से पीड़ित व्यक्तियों के साथ काम करने में पारंगत हूँ। एक चिकित्सक के रूप में मेरा मानना है कि प्रत्येक व्यक्ति अद्वितीय है और सम्मान, गरिमा, सहानुभूति और एक संपूर्ण जीवन जीने का मौका पाने का हकदार है। मैं क्लाइंट्स को उनकी समस्याओं के स्रोत की पहचान करने और उनकी बाधाओं को प्रबंधित करने और दूर करने के लिए आवश्यक कौशल सीखने में मदद करने के लिए संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी, माइंडफुलनेस आधारित दृष्टिकोण और सकारात्मक मनोविज्ञान जैसे विभिन्न विचारधाराओं की रणनीतियान का उपयोग करता हूँ। मेरा उद्देश्य न केवल उन्हें अपने मुद्दों को दूर करने और प्रबंधित करने में मदद करना है, बल्कि सक्रिय रूप से उनके जीवन और रिश्तों को अधिक सकारात्मक दिशा में ले जाने का प्रयास करना है।
व्यक्ति गत या मनोवैज्ञानिक समस्याओं को हल करने में पेशेवर की सहायता लेना परामर्श प्राप्त करना कहलाता है। परामर्श एक प्रशिक्षित (और प्रमाणित) पेशेवर द्वारा दिया जाता है कुछ लोग शब्द 'परामर्श' और 'मनोचिकित्सा' का प्रयोग एक दूसरे शब्दों के स्थान पर करते हैं।
थेरेपिस्ट/ साइकोथेरेपिस्ट
लोगों की भावनात्मक समस्याओं के इलाज के लिए प्रशिक्षित किसी भी पेशेवर के लिए मनोचिकित्सक शब्द एक-छत्र शब्द है। एक मनोचिकित्सक अपनी शैक्षणिक डिग्री के आधार पर, मनश्चिकित्सक, मनोवैज्ञानिक या सामाजिक कार्यकर्ता हो सकता है, और अकेले रूप में, व्यक्तियों, जोड़ों, समूहों या परिवारों के साथ काम कर सकता है।
साइकियाट्रिस्ट
एक मनश्चिकित्सक वह चिकित्सक है, जिसकी विशेषज्ञता मनोचिकित्सा में होती है, कहा जाए तो वह मानसिक विकारों का निदान और उपचार करता है। मनोवैज्ञानिकों के विपरीत मनश्चिकित्सक औषधीय चिकित्सक होते हैं, और तय करने के लिए मरीजों को यह मूल्यांकन करना चाहिए कि उनके लक्षण शारीरिक बीमारी का परिणाम हैं, शारीरिक और मानसिक का संयोजन, या वास्तव में एक मनोरोग है।
साइकोलॉजिस्ट
वे मस्तिष्क के रोगों, भावनात्मक अशांति और व्यवहार संबंधी समस्याओं का निदान और उपचार करने में विशेषज्ञता रखने वाले पेशेवर हैं। मनोवैज्ञानिक केवल टॉक थेरेपी से उपचार कर सकते हैं; दवा के साथ इलाज के लिए आपको एक मनश्चिकित्सक या किसी अन्य चिकित्सक से मिलना चाहिए।
काउंसेलर
नैदानिक मनोवैज्ञानिक
मनोवैज्ञानिक
मनोचिकित्सक
काउंसेलिंग मनोवैज्ञानिक
साइकोथेरेपिस्ट
साइकोलॉजिस्ट एवं काउंसेलर
काउंसेलिंग साइकोलॉजिस्ट, क्वीयर अफर्मेटिव थेरेपिस्ट एवं सोमॉटिक थेरेपिस्ट
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट
क्लीनिकल साईकोलॉजिस्ट एवं साइकोथेरेपिस्ट
क्लीनिकल एवं काउंसेलिंग साइकोलॉजिस्ट
साइकोथेरेपिस्ट एवं दार्शनिक काउंसेलर्
काउंसेलिंग साइकोलॉजिस्ट
साइकोलॉजिस्ट एवं दार्शनिक मार्गदर्शक (फिलॉसफीकल काउंसेलर)