लिवलवलाफ मानसिक स्वास्थ्य के बारे में लोगों की जागरूकता को बढ़ाने के लिए अभियानों की संकल्पना करता है और इसपर बातचीत को स्वाभाविक बनाने के लिए डिजिटल, प्रिन्ट, आउटडोर, रेडियो और टीवी जैसे माध्यमों का उपयोग करता है।
दोबारा पूछो
दोबारा पूछो 10 अक्तूबर 2016 को शुरू किया गया मानसिक स्वास्थ्य पर भारत का सर्वप्रथम राष्ट्रीय जन जागृति अभियान था।
#शर्मिंदानहींहूँ मुहिम की शुरुआत 10 अक्तूबर 2018 को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के दिन हुई थी जिसके माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं से जुड़ी लोगों की व्यक्तिगत कहानियाँ बताई गयी थीं।
2020 में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का उद्यापन टीएलएलएलएफ ने 10 अक्तूबर को उम्मीद में निवेश के लॉन्च से किया, जिसमें स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य की अग्रणी आवाजों ने वीडियो वार्तालापों के माध्यम से भारत के मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र पर सिफारिशें की।
फरवरी 2018 में लॉन्च की गई इस कैंपेन का लक्ष्य था रचनात्मक तरीके से अवसाद के बारे में जागरूकता को बढ़ाना ताकि अवसाद से गुज़र रहे लोग और उनकी देखभाल करने वाले इस स्थिति को बेहतर समझ सकें।