#शर्मिंदानहींहूँ
डिजिटल, प्रिंट, आउटडोर, रेडियो और टीवी के जरिए यह अभियान चलाया गया और मानसिक रोग के वास्तविक जीवन के उत्तरजीवियों को अपनी कहानी बताने और मदद मांगने का प्रोत्साहन मिला।
डिजिटल, प्रिंट, आउटडोर, रेडियो और टीवी के जरिए यह अभियान चलाया गया और मानसिक रोग के वास्तविक जीवन के उत्तरजीवियों को अपनी कहानी बताने और मदद मांगने का प्रोत्साहन मिला।