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३४९७ उत्तरदाताओं में से ९६ प्रति शत कम से कम एक मानसिक बीमारी के बारे में अवगत हैं, २०१८ में ८७ प्रति शत की तुलना में।
नौ शहरों में रहने वाले ९२ प्रति शत उत्तरदाताओं ने इलाज की खोज की और मानसिक बीमारी के इलाज की खोज करने वाले व्यक्ति का समर्थन किया। २०१८ में ऐसे लोगों की संख्या ५४ प्रति शत थी।
६५ प्रति शत उत्तरदाताओं का मानना है कि मानसिक बीमारी वाले व्यक्ति नौकरी कर सकते हैं और सुस्थिर एवं स्वस्थ जीवन जी सकते हैं, जो २०१८ के ३२ प्रति शत की तुलना में नाटकीय परिवर्तन है।